Considerations To Know About shiv chalisa lyricsl
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नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
माता-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
अंत काल को भवसागर में उसका बेडा पार हुआ॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
त्रिपुरारी की शरण में आओ चैन मिले जीवन का,
शिव जी तो है बड़े दयालु देंगे दोनों हाथो से,
जय सन्तोषी मात shiv chalisa in hindi अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
सजा दो घर को गुलशन सा मेरे भोलेनाथ आये हैं - श्री…